चंद मुश्किअलें पार की हैं , असली इम्तिहान तो अभी बाकी है ...
कुछ कदम ही चले हैं , उड़ान के लिए तो सारा आसमान बाकी है
है जिद्द एक मन में , कि दुनिया को बताएं कि किस काबिल हैं हम
चले और बढे अपनी मंजिल कि ओर कुछ इस अंदाज़ में, कि ये जूनून होने ना पाए कुछ भी कम
देखता मैं नही हूँ इधर उधर , जाना है जहाँ दिखता है वो साफ साफ
कर लिया है प्रण, बस कुछ कर दिखाना बाकी है
चंद मुश्किलें पार की हैं , असली इम्तिहान तो अभी बाकी ...
कुछ कदम ही चले हैं ,उड़ान के लिए तो सारा आसमान बाकी है
Beep Beep! Oh Look! A text!
14 years ago
4 comments:
Very inspirational...
awesome man! but y dint u give it a heading? hope u give it one now...
newaz, visit my blog some time...i too hav written something..though the theme is different. the link is:
http://virajgupta.blogspot.com/2008/01/blog-post.html
nice poem dear...
very touching words nd inspirational too...
@swati--
thank you ji :)
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