Wednesday, January 2, 2008

उड़ान ....!

Wednesday, January 2, 2008
चंद मुश्किअलें पार की हैं , असली इम्तिहान तो अभी बाकी है ...
कुछ कदम ही चले हैं , उड़ान के लिए तो सारा आसमान बाकी है

है जिद्द एक मन में , कि दुनिया को बताएं कि किस काबिल हैं हम
चले और बढे अपनी मंजिल कि ओर कुछ इस अंदाज़ में, कि ये जूनून होने ना पाए कुछ भी कम
देखता मैं नही हूँ इधर उधर , जाना है जहाँ दिखता है वो साफ साफ
कर लिया है प्रण, बस कुछ कर दिखाना बाकी है

चंद मुश्किलें पार की हैं , असली इम्तिहान तो अभी बाकी ...
कुछ कदम ही चले हैं ,उड़ान के लिए तो सारा आसमान बाकी है

4 comments:

Sunil Kosuru said...

Very inspirational...

Anonymous said...

awesome man! but y dint u give it a heading? hope u give it one now...
newaz, visit my blog some time...i too hav written something..though the theme is different. the link is:

http://virajgupta.blogspot.com/2008/01/blog-post.html

Swati Goel said...

nice poem dear...
very touching words nd inspirational too...

abhaymittal said...

@swati--
thank you ji :)

 
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